क्या आपको पता है कि मेक्सिकन और ब्रज़िलीयन लोग बींस और चावल बहुत पसंद करते हैं, और जैसे हम राजमा-चावल बनाते हैं, वे भी उसे ऐसे ही पकाते हैं। मुझे यहाँ ज़्यादातर खाना अच्छा लगता है, पर कई बार काफ़ी फीका भी लगता है। यहाँ सबसे ज़्यादा मसालेदार खाना एक थाई रेस्ट्रॉंट में मिलता है- वो है थाई करी। मैं हमेशा बाहर नहीं खाती। या तो मैं घर पर अपने लिए दाल चावल बनती हूँ, या फिर मैं येल यूनिवर्सिटी के डाइनिंग हॉल में खाती हूँ-- जहाँ ज़्यादातर सलाद, पिज़्ज़ा, पास्ता जैसे लज़ीज़ व्यंजन मिलते हैं।
येल डाइनिंग हॉल में हमें यहाँ के "शेफ़" खाना बना कर देते हैं। बाहर खाने पर आपको काफ़ी सारा पैक किया हुआ खाना मिलता है। क्योंकि यहाँ पर फ़ास्ट फ़ूड जैसे बर्गर, पिज़्ज़ा, बहुत आसानी से मिलता है, वज़न बढ़ना बिलकुल भी मुश्किल नहीं है। यहाँ जब कोई बच्चा घर से कॉलेज पढ़ने आता है, तो लोग कहते हैं वो १५ पाउंड अधिक वज़न बढ़ा कर वापस घर जाता है।
येल के डाइनिंग हॉल की ख़ास बात ये है की वह अपनी सब्ज़ियाँ ख़ुद उगाते हैं। पर ठंड के मौसम में जब बर्फ़ पड़ती है, यहाँ की मिट्टी में सब्ज़ी उगा पाना बहुत मुश्किल है, तब सब्ज़ियाँ और मीट कई देशों से ख़रीदे जाते हैं। क्या आपको पता है कि भारत भी अमेरिका को बहुत सी सब्ज़ियाँ निर्यात- यानी इक्स्पॉर्ट करता है!