मैं यहाँ काफ़ी चलती हूँ। मुझे चलना पसंद भी है। यहाँ लोग आपको अक्सर "good morning" और "good evening" भी विश करते हैं भले हे वे आपको ना जानते हों। जब मुझे कभी थोड़ी दूर जाना होता है, सब्ज़ियाँ ख़रीदने तो मैं शहर में चलती बसों का प्रयोग करती हूँ। शुरुआत में मुझे चलना थका देता था, पर अब मुझे चलने में बहुत सुकून मिलता है।
चलते वक़्त मुझे सड़कों पर पेड़, पौधे, पत्ते, बर्फ़, छोटी फुदकती गिलहेरियाँ देखने में बहुत आनंद आता है।मुझे और भी बहुत आनंद आया जब मैंने पतझड़ में पत्तों को लाल, पीला होते देखा और अब जब बर्फ़ सड़कों पर हर एक चीज़ को ढक देती है और सब सफ़ेद हो जाता है, तब मुझे बर्फ़ पर चलने में बहुत मज़ा आता है।