जिस दिन मैं तिलोनिया छोर रही थी, बहुत मुश्किल था. एक साल से ज्यादा मैं तिलोनिया में रहती थी| अपने परिवार और अपने घर से इतने समय तक दूर रहने की वजह से मैं अपने माता-पिता, घर वाले, दोस्त, और माँ के हाथ के खाने को बहुत याद करती थी| लेकिन मुझे पता था कि तिलोनिया छोड़ने के बाद मुझे सारे दोस्तों की बहुत याद आएगी |
अमेरिका वापस आने से पहले, मैं कुछ दोस्तों से मिलने पश्चिम बंगाल गयी थी| जल्द ही घर जाने का समय आ गया| सब से पहले मैं कोलकाता से दिल्ली तक ट्रेन से गयी, फ़िर दिल्ली से मेरी पहली फ्लाइट थी| इंडिया से अमरीका आने के लिए दो फ्लाइट बदलने परते है| पहली फ्लाइट दिल्ली से पेरिस गयी जो यूरोप में है, फिर दूसरी फ्लाइट पेरिस से एटलांटा | हालाँकि एटलांटा मेरे घर से काफ़ी दूर है, मैं वहाँ गयी क्योंकि मेरा कुत्ता मेरे दोस्त के साथ था जो एटलांटा में रहता है|
अमेरिका और इंडिया के जो टाइम ज़ोन हैं वे अलग-अलग हैं| शायद आप लोगों ने अपने साइंस क्लास में टाइम जोन के बारे में कुछ सीखा होगा | चूँकि टाइम ज़ोन इतने अलग हैं, सफ़र करने के बाद बहुत थक जाते हैं| एटलांटा पहुँचकर मैं एक पूरा दिन सोयी |